रायपुर। कोरोनाकाल के बाद बाजार की चरमराई स्थिति के बीच सराफा कारोबारियों ने जब व्यापार प्रारंभ किया ही था कि सरकार की नई पालिसी हॉलमाकिंग ...
रायपुर। कोरोनाकाल के बाद बाजार की चरमराई स्थिति के बीच सराफा कारोबारियों ने जब व्यापार प्रारंभ किया ही था कि सरकार की नई पालिसी हॉलमाकिंग यूनिक आइटेंडिफिकेशन(एचयूआईडी) की अनिवार्यता से व्यापारी परेशान हो गए हैं। दरअसल यह प्रक्रिया इतनी जटिल है कि सामान्य व्यापारी इसे पूरा भी नहीं कर पाता है। या तो इसका सरलीकरण किया जाना चाहिए या इसे हटा दिया जाना चाहिए। देश भर में इसी संदर्भ में आज सराफा व्यापार प्रतिकात्मक तौर पर बंद हैं। छतीसगढ़ में इस एक दिन के बंद से करीब 100 करोड़ का कारोबारी लेन देन प्रभावित होगा। आज पूरा सराफा बाजार बंद हैं। व्यापारी इसे सीधे तौर पर मनमाने ढंग से लागू होना बता रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में सभी ज्वैलरी शॉप बंद हैं। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन की आव्हान पर शहर की सभी दुकानें बंद है। इसके चलते प्रदेश भर में करीब 100 करोड़ रुपए के कारोबार पर असर पड़ेगा। शहर में करीब 1500 व छत्तीसगढ़ में 5500 दुकाने हैं। सभी व्यापारी पूरी तरह से लामबंद हैं। आगे जैसे राष्ट्रीय संगठन का निर्देश मिलेगा विरोध करेंगे. समस्या के समाधान के लिए कई बार ज्ञापन भी दिया जा चुका है, लेकिन कुछ हो नहीं सका। केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल से लेकर विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि दो महीने पहले ही गोल्ड ज्वैलरी पर हॉलमाकिंग को अनिवार्य किया गया था। सरकार ने इसे पहले फेज में 16 जून 2021 से देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 256 जिलों में लागू किया है। सराफा कारोबारियों की सरकार से मांग है कि हॉलमार्किंग को लागू रखा जाए, लेकिन हॉलमाकिंग यूनिक आईडी के नियम को वापस लिया जाए। क्योंकि स्टॉक क्लीयरेंस न होने पर सराफा कारोबारियों की परेशानी बढ़ रही है। इसलिए इस पर तत्काल रोक लगाई जाए। यह कानून अव्यावहारिक और असंभव है।
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