Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Breaking News:

latest

कच्चे तेल के दाम में गिरावट के बावजूद पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ना चिंताजनक - धनंजय सिंह ठाकुर

  मोदी सरकार के गलतनीतियो के चलते छत्तीसगढ़ के कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत 100 रू. लीटर तक पहुँचा रायपुर/21 जुलाई 2021। मोदी सरकार के ...

यह भी पढ़ें :-

 


मोदी सरकार के गलतनीतियो के चलते छत्तीसगढ़ के कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत 100 रू. लीटर तक पहुँचा


रायपुर/21 जुलाई 2021। मोदी सरकार के कच्चे तेल के दामों में गिरावट का लाभ जनता को नही देने की नीति के चलते छत्तीसगढ़ के कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम ने 100 का आंकड़ा पार किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल कीमतों में आई गिरावट के बावजूद मोदी सरकार के मनमानी और गलत नीतियों के चलते छत्तीसगढ़ के कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल 100 का आंकड़ा पार कर लिया है। दुर्भाग्य की बात है जब क्रूड ऑयल के दाम घट रहे हैं ऐसे में सिर्फ मोदी सरकार सत्ता के अहंकार में मदमस्त होकर आम जनता के ऊपर महंगाई का कुठाराघात कर रही है मनमाने एक्साइज ड्यूटी लगाकर आम जनता से वसूली की जा रही है। यूपीए सरकार और एनडीए सरकार के समय के अगर क्रूड ऑयल के दामों का तुलना किया जाए तो यूपीए सरकार के समय 144 डॉलर प्रति बैरल था और वर्तमान में क्रूड ऑयल के 68 डॉलर है यानी अंतरराष्ट्रीय बाजार में ही क्रूड ऑयल के दाम में पूर्व सरकार के समय से आधे से भी कम है और रिटेल मार्केट में 70 रू. प्रति लीटर अधिक है। जब मनमोहन सिंह पीएम थे तब क्रूड ऑयल 144 डॉलर में ख़रीदकर देश की जनता को 64 रु लीटर में दिया जाता था अभी 68 डॉलर में ख़रीद कर 107 रु लीटर में जनता को दिया जा रहा है। बाजार में क्रूड आयल की कीमतों में लगभग 9 डॉलर की कमी आई है। क्रूड ऑयल की दाम घटने से देश में पेट्रोल-डीजल के दाम में कम से कम 10 रु प्रति लीटर कमी आना चाहिए। इसके बावजूद देश की जनता महंगे दरों पर डीजल-पेट्रोल खरीदने मजबूर है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार बीते 7 साल में पेट्रोल-डीजल में एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर देश की जनता से लगभग 25 लाख करोड रुपए से अधिक की राशि वसूल चुकी है फिर भी इनका मन भरा नहीं है और आज भी खजाना खाली होने का रोना रो रहे हैं। एक ओर जनता महंगाई बेरोजगारी आर्थिक मंदी और महामारी से जूझ रही है दूसरी ओर पेट्रोल-डीजल में मोदी सरकार के द्वारा लगाई गई एक्साइज ड्यूटी भी आम जनता के लिए भारी पड़ रहा है। पेट्रोल-डीजल में महंगाई के लिए भाजपा और मोदी सरकार के मंत्री आसानी से पूर्ववर्ती सरकार के आईल बांड को जिम्मेदार ठहराते हैं जबकि हकीकत यह है यूपीए सरकार के दौरान खरीदी गई 103000 करोड के आईल बांड और उसके पहले अटल बिहारी वाजपेई की सरकार के द्वारा खरीदे गए ऑयल बॉन्ड के एवज में मोदी सरकार 25 लाख करोड़ रुपए की वसूली कर चुकी है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने मोदी सरकार से मांग करते हुए कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में $9 से अधिक की गिरावट आई है ऐसे में देश के नागरिकों को पेट्रोल-डीजल में राहत मिलना चाहिए और यह उनका हक अधिकार है।



No comments