नई दिल्ली । इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रही है, लेकिन चीन में डॉग मीट फेस्टिवल मनाया जा रहा है. जिसमें 10 दिनों त...
नई दिल्ली । इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रही है, लेकिन चीन में डॉग मीट फेस्टिवल मनाया जा रहा है. जिसमें 10 दिनों तक पांच हजार कुत्तों को मारकर खाया जाएगा जानवरों पर बर्बरता और युलिन डॉग मीट फेस्टिवल के कारण स्वस्थ्य को होने वाले नुकसान के चलते चीन की खूब आलोचना की जा रही है. बावजूद इसके बड़ी संख्या में कुत्तों को युलिन शहर तक पहुंचाया जा रहा है. जहां इन्हें मारा जाएगा.
द सन ने मिरर की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि गुआंग्शी प्रांत के युलिन शहर से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें त्योहार के शुरू होने से पहले ही दुकानदार मारे गए कुत्तों का मीट बेच रहे हैं . गैर लाभकारी संगठन ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशल के अनुसार, स्थानीय कार्यकर्ताओं को मई के आखिर तक डोंगकोउ बाजार में ऐसे आठ स्टैंड मिले हैं और मांकियाओ बाजार में 18 स्टैंड मिले हैं. ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशल में चाइना पॉलिसी स्पेशलिस्ट डॉक्टर पीटर ली ने इसे लेकर चिंता जताई है.
बाजारों में लगी लोगों की भीड़
ली ने कहा है, ‘कोविड-19 के नए मामले सामने आ रहे हैं. फिर भी एक त्योहार के नाम पर कुत्तों का मीट खाने और खरीदने के लिए बाजारों और रेस्त्रां में लोगों की भीड़ लग रही है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बड़ा जोखिम है.’ कोरोना वायरस महामारी के कारण चीन के दो शहरों शेन्झेन और झुहाई में कुत्तों को खाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है (Dog Meat Festival in Yulin Guangxi Zhuang). इससे पहले फरवरी 2020 के आखिर में चीन ने अस्थायी तौर पर जंगली जानवरों की खरीदारी और उन्हें खाने पर प्रतिबंध लगाया था. क्योंकि तब ऐसा माना जा रहा था कि कोविड-19 चमगादड़ों से इंसानों में आया है.
कई कुत्तों की जान बचाई गई
इस हफ्ते के शुरुआत में कार्यकर्ताओं ने युलिन जाने वाले एक ट्रक को रास्ते में ही रोक लिया और उसमें मौजूद कुत्तों की जान बचाई. हालांकि एक अन्य ट्रक आसानी से निकल गया कार्यकर्ताओं ने उसका पीछा भी किया था. चीन में जानवरों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले कार्यकर्ता झाओ भी कुत्तों को बचाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. वह नो टू डॉग मीट नाम का चैरिटी शेल्टर चलाते हैं, जो हूबेई में स्थित है. कुत्तों को बचाने के लिए ये लोग कानूनी खामियों का सहारा लेते हैं.
कैसे बचाते हैं बेजुबानों की जान?
जब ये किसी ट्रक को रोकते हैं तो कई बार ड्राइवरों के पास क्वांरटीन से संबंधित दस्तावेज, ट्रांसपोर्ट परमिट और स्वास्थ्य से संबंधित सर्टिफिकेट नहीं होते, जो चीन में जानवर लाने के लिए जरूरी हैं. खुद को मुकदमे से बचाने के लिए ड्राइवर इन कुत्तों को कार्यकर्ताओं को सौंप देते हैं . ये लोग जानवरों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी करते हैं. इससे पहले 2019 में कुछ वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें कुत्ते जिंदा जलते दिख रहे थे. इसपर भी दुनियाभर में चीन की आलोचना हुई थी.
No comments