*25 लाख रुपये के मुआवजे और सरकारी नौकरी की भी मांग* *सरकारी संरक्षण की प्रताड़ना अब लोगों की जान लेने लगी* तखतपुर। पटवारी से कथित रूप से तं...
*25 लाख रुपये के मुआवजे और सरकारी नौकरी की भी मांग*
*सरकारी संरक्षण की प्रताड़ना अब लोगों की जान लेने लगी*
तखतपुर। पटवारी से कथित रूप से तंग आकर आत्महत्या करने वाले किसान छोटूराम कैवर्त के घर पहुंच कर राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती हर्षिता पांडेय ने परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए 25 लाख रुपये के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही।
श्रीमती हर्षिता पांडेय घटना की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पहुंची। उनके साथ जीवन पाण्डेय, ज़िला उपाध्यक्ष, प्रदीप कौशिक,महामंत्री, विश्वनाथ यादव,किसान मोर्चा अध्यक्ष, नैन लाल साहू,महामंत्री, अजय यादव,जनपद सदस्य कोमल सिंह ठाकुर,पार्षद,तिलक देवांगन, ज़िला महामंत्री हरीश ठाकुर,इंद्र कुमार यादव भी थे ।
श्रीमती हर्षिता पांडेय ने बताया कि अब तक जो बात सामने आ रही है और सुसाइड नोट के आधार पर इस घटना की न्यायिक जांच आवश्यक है, क्योंकि सरकारी संरक्षण में हो रही प्रताड़ना अब जानलेवा हो गयी है। पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके, इसके लिए जांच जरूरी है।उन्होंने कहा की अपने आप को किसान पुत्र बताने वाले मुख्यमंत्री के राज मे प्रदेश में ४३९ से अधिक किसानो ने पिछले ढाई साल में आत्महत्या की है।
इस सरकार पर किसानो के आत्महत्या के मामले में 306 का मामला दर्ज होना चाहिए l
SDOP रश्मित कौर एवं तहसीलदार की मौजदगी में हर्षिता पाण्डेय ने जरूरी कार्यवाही की शीघ्र माँग। की एवं उनकी उपस्थिति में मृतक का शव घटना स्थल से पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया l
घटना के बारे में श्रीमती हर्षिता पाण्डेय ने बताया कि पटवारि की प्रताड़ना से तंग आकर तखतपुर के एक किसान ने सुसाइड नोट लिखने के बाद फांसी लगा ली है। मामला तखतपुर थाना क्षेत्र के राजाकापा का है। प्रथम दृष्टया पटवारी की प्रताड़ना से तंग आकर किसान ने आत्महत्या की है।
श्रीमती हर्षिता ने कहा कि जानकारी के अनुसार पटवारी ने किसान से पैसा लेने के बावजूद पर्ची बनाकर नहीं दिया। समय पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने पर कृषक कृषक को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। उल्लेखनीय हैं कि किसान ने सुसाइड नोट में अपने मरने का कारण पटवारी को बताया है।
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