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प्रधानमंत्री की कोरोना पर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक संपन्न

  नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल (ऑनलाइन...

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नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल (ऑनलाइन) बैठक की। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से कहा कि हमें वैक्सीनेशन बढ़ाने पर जोर देना होगा। गांव में कोरोना बढ़ा तो परेशानी होगी, इसलिए राज्य बंदिशें अपने हिसाब से तय करें। हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि लोगों में दहशत न फैले। उन्होंने कहा- हमें वैक्सीन की बर्बादी रोकनी होगी, उनकी एक्सपायरी डेट देखनी होगी। जो वैक्सीन पहले आई, उसका उपयोग पहले होना चाहिए।

इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए, लेकिन ममता ने बंगाल से ही PM मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बंगाल को वैक्सीन नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में PM मोदी ने मुफ्त वैक्सीन की बात कही थी। क्या वहां के लोगों को वैक्सीन मिल पाई। उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने झूठ बोला। बैठक में छत्तीसगढ़ की ओर से गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू शामिल हुए।

हम उन चुनिंदा देशों में शामिल, जहां कोरोना से मृत्युदर सबसे कम
PM मोदी ने कहा कि भारत में 96 प्रतिशत से भी ज्यादा केस रिकवर हो चुके हैं। हमारा देश उन चुनिंदा देशों में शामिल है जहां मृत्युदर सबसे कम है। कोविड-19 से प्रभावित ज्यादातर देशों में कोरोना की कई वेव आई हैं। हमारे देश के कुछ राज्यों में भी अब संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। मुख्यमंत्रियों ने भी इस पर अपनी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देशभर के 70 जिलों में पिछले सप्ताह से कोरोना मामलों की तादाद 150 प्रतिशत तक बढ़ गई है। यदि इसे नहीं रोका गया तो आने वाले समय में ये पूरे देश में ऐसे मामले दिख सकते हैं। हमें कोरोना की दूसरी वेब को तुरंत रोकना होगा।

मुख्यमंत्रियों के साथ PM की मीटिंग की 5 खास बातें
1. प्रधानमंत्री ने कुछ इलाकों में कोरोना की टेस्टिंग कम होने पर चिंता व्यक्त की।
2. यदि जरूरत पड़ती है तो हमें माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी बनाने चाहिए।
3. हमें ऐसा माहौल नहीं बनाना है, जिससे डर का माहौल पैदा हो।
4. सरकारें लोगों को कोरोना नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करें।
5. कोरोना महामारी के बीच हमें लोगों की मुसीबतों को कम करना है।

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