राजनांदगांव। कोरोना संक्रमण की रोकथाम करने के साथ-साथ कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा प्रयास...
राजनांदगांव। कोरोना संक्रमण की रोकथाम करने के साथ-साथ कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसी क्रम में टीकाकरण का काम जमीनी स्तर पर शुरु करते हुए गुरुवार को 53 स्थानों पर कोरोना टीकाकरण किया गया। जिले में 13 फरवरी तक प्रथम पंक्ति के 14,700 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके से प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है।
16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण शुरू किए जाने से लेकर अब तक जिले में केवल 10 केंद्रों में ही कोरोना का टीका लगाया जा रहा था। लेकिन अब टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है और गुरुवार से जिले के 53 सेंटरों में वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया गया है। प्रत्येक सेंटर में 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए 50 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। वहीं जिले में कुल 14,510 स्वास्थ्य कर्मी हैं, जिन्होंने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें से करीब 3,553 कर्मचारियों को टीका लगाया जा चुका है। इनमें से किसी में भी अभी तक कोई भी प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आया है।
इस संबंध में इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया, “जिले में वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ने से अब कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ेगी। अब तक 18 दिन में 3,553 कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। अब 53 टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीनेशन होने से बचे हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों को जल्द से जल्द टीका लगाने की तैयारी की जा रही है।“
वहीं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.बी.एल. कुमरे ने बताया, “जमीन स्तर पर काम करने वाली मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला व पुरुष और कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को भी अब कोरोना टीका लगाया जाएगा। वैक्सीनेशन के लिए सभी केंद्रों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इससे पहले ब्लॉक स्तर पर ही टीकाकरण किया जा रहा था। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी टीकाकरण शुरू किया गया है। इसके लिए हर सेंटर में आठ कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। वैक्सीनेशन का काम रोज की तरह ही होगा। इसके समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। डॉ. कुमरे ने बताया, टीका लगने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर रुकना होगा। प्रतिरक्षित व्यक्ति को यदि बेचैनी या किसी भी तरह की समस्या होती है तो निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में इसकी सूचना दें। इसके लिए एंबुलेंस सेवा 108 भी उपलब्ध रहेगी। प्रतिरक्षित व्यक्ति भी कोरोना अनुरूप व्यवहारों जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखने का पालन करें।“
टीका है सुरक्षित:
टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन चयनित लाभार्थियों को टीकाकरण के लिए कोविशील्ड दिया जाएगा उन्हें दूसरे डोज में कोविशील्ड वैक्सीन ही दी जाएगी। वहीं यदि किसी चयनित लाभार्थी को कोवैक्सीन दिया गया है तो उसे कोवैक्सीन का ही दूसरा डोज दिया जाएगा। कोविशील्ड के प्रत्येक वायल में 10 डोज है। यानी इसके एक वाइल से 10 लोगों को टीकाकरण किया जा सकेगा जबकि कोवैक्सीन वायल में 20 डोज हैं। टीकाकरण को लेकर सभी प्रकार की सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। मंत्रालय द्वारा यह आश्वस्त किया गया है कि कोविड टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है। टीके जल्द बनाए गए हैं लेकिन पूरे नियमों का पालन किया गया ताकि यह सुरक्षित हो।
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