बेमेतरा। वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा आज मंगलवार को बेमेतरा मे आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे एवं उद्योग...
बेमेतरा। वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा आज मंगलवार को बेमेतरा मे आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा विशेष रूप से शामिल हुए। यह कार्यशाला बेमेतरा जिले में औद्योगिक विकास की वर्तमान स्थिति एवं संभावनाओं पर चर्चा के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। मंत्री श्री लखमा ने इस मौके पर मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान कहा कि औद्योगिक नीति 2019-24 वर्तमान में छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति दूसरे विकसित राज्यों से अच्छी है। जिसमें स्टील और आयरन उद्योगों को जिला बेमेतरा में 100 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। इसके साथ ही मंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में हुए 104 एमओयू के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। मंत्री श्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में नए उद्योगों की स्थापना से राज्य में पूंजी निवेश बढ़ेगा और बहुत बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलेगा।
मंत्री श्री लखमा द्वारा बेमेतरा जिले में फूड पार्क निर्माण की प्रगति की भी जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि बेमेतरा जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में फूडपार्क की स्थापना हेतु भूमि उद्योग विभाग को प्राप्त हो चुकी है। चंदनू व रवेली में फूडपार्क निर्माण हेतु प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि नवीन औद्योगिक नीति से जिले का विकास तथा स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलेगा। इस कार्यशाला का आयोजन उद्योग विभाग द्वारा किया गया था। कार्यशाला में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा के विशेष रूप से शामिल हुए।
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने बेरला क्षेत्र के विकास की संभावनाओं सहित पूरे जिले में औद्योगिक माहौल बनाने हेतु उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। बेमेतरा कृषि उत्पादक जिला है, जिसमें अनेक खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना की संभावनाएं हैं। मंत्री ने कॉटन जिनिंग प्लांट का उल्लेख करते हुए जिले के औद्योगिक विकास हेतु उद्योग विभाग को बधाई दी तथा बताया कि चंदनू एवं रवेली फूडपार्क खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों हेतु मील का पत्थर साबित होगा।
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